Seema katoch
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4 Mar 2020 03:32 PM
Thankyou ji
Thankyou ji
वाह भी और एक आह भी
समाज की वर्जनाओ से मानव मन संशकित रह्ता है तथा किसी भी विपरीत लिंग के व्यक्ति से वार्तालाप या मिलने पर चार लोग क्या कहेंगे यह आत्म बोध अवश्य रह्ता है
एक नारी की मन स्थिति का अनुपम चित्रण
सोशल मीडिया के कारण इन वर्जनाओ से परे जाकर विचारों के आदान प्रदान का अवसर प्राप्त हुआ है
अभिनंदन