Jatashankar Prajapati
Author
7 Mar 2020 11:43 AM
अत्यंत आभार
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अत्यंत मार्मिक और सत्य को प्रकट करती रचना । आपने बेटी निर्भया की माँ के दर्द को वास्तविकता से चित्रित किया है। और देश की लचर कानून व न्याय व्यवस्था को भी करारा तमाचा मारा है। आपके लेखन को सलाम !