जनार्दन पाठक 'धुरंधर'
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19 Mar 2020 07:09 AM
बहुत खूब सर जी , जय हो
प्रभु तेरे नाम की लगन लगी है।
लगन नहीं यह अगन लगी है ।
तेरे दरस को तरसे मेरे नैन ।
तेरे नाम जपे बिन न आए मुझको चैन ।
धन्यवाद !