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तुम आ जाओ तो ख़िज़ांं में भी बहार आ जाए।
तुम जो रूठ जाओ तो खुदा भी रूठ जाए।
तुम जो मुस्कुरा दो तो खिल उठेंं मुरझाए फूल।
जिधर से तुम गुजर जाओ लोग रास्ता जाएंं भूल।

श़ुक्रिया !

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