अरशद रसूल बदायूंनी
Author
13 Feb 2020 12:17 PM
बहुत खूब, शुक्रिया
कुछ थी उनकी बंदिशें कुछ थे मेरे दायरे।
जब मुकद्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करें ।
श़ुक्रिया !