Naresh Sagar
Author
2 Feb 2021 07:41 AM
आपका समर्थन प्यार और आशीर्वाद मेरा हौसला बढ़ाता है सादर प्रणाम आदरणीय
आपकी सामाजिक विसंगति पर उद्वेग पूर्ण रचना का स्वागत है। आपने अपनी रचना के माध्यम से संवेदनहीन सुप्त समाज में अलख जगाने का प्रयत्न किया है। मैं कामना करता हूं आप इस पुनीत उद्देश्य में सफल हों।
धन्यवाद !