वाह निर्मला जी कमाल की ग़ज़ल । मगर क्या परखना उसको जो केवल तुम्हारा है,बहुत खूब।
You must be logged in to post comments.
वाह निर्मला जी कमाल की ग़ज़ल । मगर क्या परखना उसको जो केवल तुम्हारा है,बहुत खूब।