Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

मैं तो तेरे प्रेम रस में इतनी डूबी खुद को भूल गई ।कभी खुद को राधा तुझको कृष्ण माना । कभी तुझको राम और खुद को सीता जाना ।कभी खुद को गौरी तो तुझको शिव मान की तेरी आराधना । तुम मेरे अन्तःकरण में बस रहे हो तब ये मैने जाना।
धन्यवाद !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...