Jyoti shrivastava
Author
27 Jan 2020 05:10 PM
बहुत सुंदर
दिल के गुब़ारों को अल्फ़ाज़ों मे पिरोकर कुछ लिख लेता हूं ।
कुछ लम्ह़ों के लिए अपने गम़ को भुला कर ताज़ा दम़ हो लेता हूं ।
श़ुक्रिया !