Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

आँँखों में प्यार का इजहार लिए क्यों होठों पर चुप सी लगी है।
कब से ब़ेताब हूं तुमसे कुछ सुनने को जब से तेरी च़ाहत दिल से लगी है।
श़ुक्रिया !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
7 Apr 2021 07:20 PM

????

Loading...