आर.एस. 'प्रीतम'
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13 Jan 2020 10:49 AM
उचित कथन आपका आदरणीय!
धन्यवाद!
ईमानदारी निहित संस्कारों से पैदा होती है ईमानदारी जिंदा है इसलिए यह जीवन अस्तित्व है अन्यथा सभी मानव मृतप्रायः हो जाते।
धन्यवाद !