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अब तल़क पूछते फिरते थे तेरा पता सारे ज़माने से परेश़ाँ होकर ।
पूछेंगे अब अपनी बेख़ुदी मे हम अपना पता इस ज़माने से परेजाँ होकर ।

श़ुक्रिया !

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5 Jan 2020 10:43 PM

वाह!
क्या बात!
धन्यवाद आदरणीय ?

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