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देश में धर्मान्धता फैलाने वालों का नाश हो।सर्वधर्म सद्भभाव स्थापित हो। जन साधारण से यह अपेक्षित है। तभी देश की स्वतंत्रता अक्षुणः रह सकती है।
प्रेरणादायक रचना का स्वागत है।

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