नेतागीरी की लूट है लूट सके तो लूट कुर्सी खिसक गई तो पछताओगे प्राण जायेंगे छूट। पाँव क़ब्र में लटक रहे हैं नही छूटता मोह तंज का शुक्रिया
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नेतागीरी की लूट है लूट सके तो लूट कुर्सी खिसक गई तो पछताओगे प्राण जायेंगे छूट।
पाँव क़ब्र में लटक रहे हैं नही छूटता मोह
तंज का शुक्रिया