आशीष गुर्जर पटेल
Author
26 Nov 2019 10:30 AM
ओहो क्या बात है ।
आशीष गुर्जर पटेल
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26 Nov 2019 10:30 AM
बहुत गहरी बात की है आपने
ज़िन्दगी के इस सफ़र में दिल से अपने ही मंज़िल तक साथ देते हैं। वरना सब हमसफ़र बन अपनी अपनी मंज़िल तरफ बढ़ जाते हैं।
शुक्रिया