विक्रम कुमार
Author
7 Dec 2019 11:14 PM
हार्दिक आभार आदरणीय ??
मै तो तुम्हारी रूह तक में पाबस्ता हूँ। मुझे किस क़दर ज़ुदा कर सकोगे सिर्फ़ तुम्हारे साथ ही फ़ना हो सकू्ँँगा मैं ।
ब़ेहतरीन शायरी का शुक्रिया