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जी प्रणाम,आपकी रचना पढ़ी अत्यंत प्रभावी लगी ! परन्तु क्षमा करें एवं त्रुटि सुधार करें ! जैसे अ’ से शुरू होती है में है को हैं लिखें,खुन को खून लिखें ,अमृत-सा लिखें ,छु को छू करें , !बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने। कृपया इसे अन्यथा न लें ! अशेष शुभकामनाएं , सादर ‘एकलव्य VOTED

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जी धन्यवाद आपका आभारी हूँ।

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