इंदु वर्मा
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7 Oct 2019 08:11 AM
जी सही कहा माननीय, लेकिन कम ही सही पुरुषों की पीड़ा को भी नकारा नहीं जा सकता
Ek naya angle jaroor hai fir bhi Mahilaayen jyada peedit hain