सर्वप्रथम जो शीर्षक था वाकई उत्तम था।
प्रतियोगिता सराहनीय थी पूरी सहित्यपिडिया मंडली बधाई की पात्र है।
पर प्रतियोगिता को फेसबुक के ज़रिए से वोट माँगना ये सब उचित नहीं थी बेहतर से बेहतर रचनाएँ अव्वल आने से वंचित रह गयी हैं।
प्रतियोगिता व्यवस्था से पूर्णतः असहमत।
अगली मर्तबा अन्य व्यवस्था की जाए तो सहित्यपिडिया बहुत आगे जाएगी।
ऐसा हम इसलिए नहीं कह रहे कि हम ही बेहतर हैं।मगर अफ़सोस है जो रचनाएँ चुनी जानी थी वो चुनी नहीं गयी।
अपना सुझाव रखने में गर कोई त्रुटि हुई हो तो क्षमाप्रार्थी?
सर्वप्रथम जो शीर्षक था वाकई उत्तम था।
प्रतियोगिता सराहनीय थी पूरी सहित्यपिडिया मंडली बधाई की पात्र है।
पर प्रतियोगिता को फेसबुक के ज़रिए से वोट माँगना ये सब उचित नहीं थी बेहतर से बेहतर रचनाएँ अव्वल आने से वंचित रह गयी हैं।
प्रतियोगिता व्यवस्था से पूर्णतः असहमत।
अगली मर्तबा अन्य व्यवस्था की जाए तो सहित्यपिडिया बहुत आगे जाएगी।
ऐसा हम इसलिए नहीं कह रहे कि हम ही बेहतर हैं।मगर अफ़सोस है जो रचनाएँ चुनी जानी थी वो चुनी नहीं गयी।
अपना सुझाव रखने में गर कोई त्रुटि हुई हो तो क्षमाप्रार्थी?
धन्यवाद!