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आपकी रचना पढ़ी और अच्छी भी लगी परन्तु मात्रा की त्रुटियां सुधारें ! जैसे दुःख-दर्द ऐसे लिखें,आश को आस करें,खिलाकर ऐसे लिखें, चिन्हों का विशेष ध्यान दें ! अब आप स्वयं मंथन करें अपनी त्रुटियों पर। इसे अन्यथा न लें ! सादर ‘एकलव्य’ VOTED

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