Ankita Kulshreshtha
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19 Jul 2016 07:07 PM
वाह क्या खूब
?
आभारी हूँ
बहुत-बहुत बधाई आदरणीया अंकिता जी. सादर.
ऐसा ही दुल्हा मिले, करूँ प्रार्थना आज |
जिसके दिल पर आप ही, करें सदा जी राज ||
करें सदा जी राज, छंद अति सुंदर लिखकर,
और बधाई आप, खूब स्वीकारें सादर,
हर मानव का लोभ, रहा है हरदम पैसा,
बनकर रहे फ़कीर, मिला कब मानव ऐसा ||