राहुल प्रकाश पाठक
Author
3 Nov 2018 07:09 PM
आपके इस मार्गदर्शन का सादर स्वागत है, इस रचना में तो शायद सुधार नही हो पायेगा किंतु अगली बार से मैं जरूर धयान दूँगा ।धन्यवाद एकलव्य जी
राहुल प्रकाश पाठक
Author
3 Nov 2018 07:14 PM
मैंने सुधार का प्रयास किया है आप का मार्गदर्शन बहुत अच्छा लगा
आपकी रचना प्रभावी है परन्तु चंद त्रुटियों को दूर करें ,जैसे कई पंक्तियों में है को हैं करें ,वालो को वालों करें ,मात-पिता को ऐसे लिखें ,करे को करें करें ,हँसी-खुशी ऐसे लिखें , कृपया इसे अन्यथा न लें ! सादर ‘एकलव्य’