प्रवीण कुमार सोलंकी
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26 Nov 2018 02:15 PM
आशीष जी प्रणाम।
यह सब आपका प्यार है। आशा है आपका भी साथ बना रहे।
आपके सहयोग के बिना यह संभव नहीं है।
धन्यवाद।
आदरणीय प्रवीण जी बहुत बहुत धन्यवाद। हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। आपका सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन बहुत आभार। धन्यवाद