सुंदर रचना की बधाई आपको 5वी वोट मेरा… सर सुंदर छंद मुक्त कविता हुई है आज दिनकर जी याद हो आये हैं वाक्यं रसात्मकं काव्यं के विन्यास पर शत प्रतिशत खरी है आपकी कविता कमनीय….जो छंद के बंधन से मुक्त होकर अविरल बहती चली गई…महोदय… मेरी रचना पर भी दृष्टिपात करें सादर और अपना वोट जरूर दें सादर धन्यवाद
सुंदर रचना की बधाई आपको 5वी वोट मेरा… सर सुंदर छंद मुक्त कविता हुई है आज दिनकर जी याद हो आये हैं वाक्यं रसात्मकं काव्यं के विन्यास पर शत प्रतिशत खरी है आपकी कविता कमनीय….जो छंद के बंधन से मुक्त होकर अविरल बहती चली गई…महोदय… मेरी रचना पर भी दृष्टिपात करें सादर और अपना वोट जरूर दें सादर धन्यवाद