हमें सुलाकर सूखे में खुद को गंदगी का अफसोस ना था कितना दर्द भरा है इस लाइन में बस जब पढ़ना शुरू किया तो आखरी तक पढ्ती ही गई आपने इतनी अच्छी रचना प्रतियोगिता में शामिल क्यों नहीं की हो सके तो मेरी रचना पर आइए और अगर आपको अच्छी लगे तो प्लीज vote कीजिएगा
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