Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

आदरणीय आपकी रचना मैं अभी देख पाया।
मेरा दूसरा वोट स्वीकार हो।
यदि समय मिले और अच्छा लगे तो मेरी रचना शीर्षक माँ को मतरुपी आशीर्वाद प्रदान करें
पंक्तियाँ इस प्रकार से मिलेंगी:-
माँ तू ममता का विशाल व्योम।
माँ तू अमृत का गागर…

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...