Ashish Shrivastava
Author
20 Nov 2018 10:49 AM
जी अवश्य प्रभलीन जी सर्वप्रथम आपको धन्यवाद आदरणीय आपने माॅ जैसे पावन विषय पर लिखी रचना को सराहा और अपना वोट प्रदान किया। ये हमारा नहीं उस माॅ के प्रति सम्मान है और हम अभिभूत हैं कि माॅ पर चंद शब्द लिखकर अपने को धन्य कर सके। आपके प्रति आभार। आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षी
24 Nov 2018 06:28 PM
आप भी तो वोट नहीं करते
बहुत सुंदर कविता… मेरी भी कविता पढ़ने के आप सादर आमंत्रित हैं। हमारी कविता पसंद आये तो एक वोट देकर हमें कृतार्थ करें।