आपको शायद मेरे भाव अच्छे नहीं लगे, तभी आपका वोट नहीं आया… महोदय.. रचनाकार नहीं रचना प्रशंसा पाती है, भाव पाते हैं… वोट तो मात्र स्नेह प्रदर्शन का मार्ग होते हैं, बाकी शब्द ही शाश्वत अखंड ॐकांर प्रणवाक्षर होते हैं…सादर…..एक बार धृष्टि जरूर डाले कदाचित मेरे भाव आपको पसंद आये…
आपको शायद मेरे भाव अच्छे नहीं लगे, तभी आपका वोट नहीं आया… महोदय.. रचनाकार नहीं रचना प्रशंसा पाती है, भाव पाते हैं… वोट तो मात्र स्नेह प्रदर्शन का मार्ग होते हैं, बाकी शब्द ही शाश्वत अखंड ॐकांर प्रणवाक्षर होते हैं…सादर…..एक बार धृष्टि जरूर डाले कदाचित मेरे भाव आपको पसंद आये…