Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

वाह ! बहुत सुंदर सामयिक दोहे.

दोहे पढ़कर आ गई, सेवइयां की याद |
भीनी-भीनी गंध वो , ईद मुबारकबाद ||

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
7 Jul 2016 02:41 PM

शुक्रिया आपका । वाह्ह्ह् बहुत सुन्दर दोहा

Loading...