लाजबाब रचना. १२ वां वोट स्वीकार करें. मेरी रचना , ” हे मां तुम्हे नमन है” पर अपनी प्रतिक्रिया दें, अच्छी लगे तो वोट अवश्य करें. पर प्रतियोगिता में बने रहने के लिए कविता की नियमो को पालन करना जरुरी है इसलिए सलाह है की पक्तियों की संख्या को २० तक सिमित करने की सोचें. आपका साथ – मिथिलेश कुमार शांडिल्य
लाजबाब रचना. १२ वां वोट स्वीकार करें. मेरी रचना , ” हे मां तुम्हे नमन है” पर अपनी प्रतिक्रिया दें, अच्छी लगे तो वोट अवश्य करें. पर प्रतियोगिता में बने रहने के लिए कविता की नियमो को पालन करना जरुरी है इसलिए सलाह है की पक्तियों की संख्या को २० तक सिमित करने की सोचें. आपका साथ – मिथिलेश कुमार शांडिल्य