हो तुम किस ख्यालों में डूबे। समंदर की लहरों से हम लड़ रहे हैं। आप हो की खुद की उलझनों तड़प रहे हो। ये बताओ कही मेरे ही चाहत में आप तो नही हो। जो कहने चाहते हुए भी जज्बातों को छिपा रहे हो।
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हो तुम किस ख्यालों में डूबे।
समंदर की लहरों से हम लड़ रहे हैं।
आप हो की खुद की उलझनों तड़प रहे हो।
ये बताओ कही मेरे ही चाहत में आप तो नही हो।
जो कहने चाहते हुए भी जज्बातों को छिपा रहे हो।