जीवन दर्शन मेरी नजर से …
भोजन चाव से ,भजन भाव से और पानी बहाव से शुध्द रहता है। दुःख सहने से ,सुख देने से और प्रेम बाटने से विशुध्द होता है ॥ प्रेम ही जीवन है। प्रेम करो प्रेम से रहो॥ #सत्य सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य “
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जीवन दर्शन मेरी नजर से …
भोजन चाव से ,भजन भाव से और पानी बहाव से शुध्द रहता है।
दुःख सहने से ,सुख देने से और प्रेम बाटने से विशुध्द होता है ॥
प्रेम ही जीवन है।
प्रेम करो प्रेम से रहो॥
#सत्य
सत्य प्रकाश शर्मा “सत्य “