हवा के दोश पर रक्खे हुए च़राग हैंं हम , जो बुझ गया तो हवा से शिकायतें कैसीं ?
शुक्रिया ! 💐
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हवा के दोश पर रक्खे हुए च़राग हैंं हम ,
जो बुझ गया तो हवा से शिकायतें कैसीं ?
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