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सांसों के तार पर टिकी हुई है ये ज़िंदगी ,
कुछ हक़ीकत, कुछ ख्वाबों की बसर है ये जिंदगी ,
लम़्हा भर वक्त की दहलीज़ पर ठहरी है ये जिंदगी ,
कुछ फ़ितरत , कुछ हादसों के दोस पर फ़ना है ये ज़िंदगी ।

शुक्रिया ! 🌷

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