अर्चना जी, amazon Kindle पर पुस्तक के free sample से पुस्तक–भूमिका पढ़ रहा था।
“एक दिन फेस बुक के ‘कवितालोक’ नाम के ग्रुप में, जिसके एडमिन आदरणीय ओम नीरव जी हैं, सम्मिलित हुई। वहां से चतुष्पदी लिखना शुरू किया। ‘मुक्तक मंच’, जिसके एडमिन आदरणीय लव कुमार प्रणय जी हैं, उसमें भी सम्मिलित हो गई। वहां सर्वप्रथम लव कुमार प्रणय जी ने मेरे अंदर एक कवियित्रि को देखते हुए मेरा मार्गदर्शन करके मुझे प्रोत्साहित किया। समय-समय पर टिप्स दिए जिससे में आगे बढ़ सकी। इस क्षेत्र में मेरे प्रथम गुरू वही हैं।“
इसी अंश में देखें, प्रूफ की 3 अशुद्धियां हैं – फेस बुक, कवियित्रि, गुरू। होना चाहिए – फेसबुक, कवयित्री, गुरु।
अर्चना जी, amazon Kindle पर पुस्तक के free sample से पुस्तक–भूमिका पढ़ रहा था।
“एक दिन फेस बुक के ‘कवितालोक’ नाम के ग्रुप में, जिसके एडमिन आदरणीय ओम नीरव जी हैं, सम्मिलित हुई। वहां से चतुष्पदी लिखना शुरू किया। ‘मुक्तक मंच’, जिसके एडमिन आदरणीय लव कुमार प्रणय जी हैं, उसमें भी सम्मिलित हो गई। वहां सर्वप्रथम लव कुमार प्रणय जी ने मेरे अंदर एक कवियित्रि को देखते हुए मेरा मार्गदर्शन करके मुझे प्रोत्साहित किया। समय-समय पर टिप्स दिए जिससे में आगे बढ़ सकी। इस क्षेत्र में मेरे प्रथम गुरू वही हैं।“
इसी अंश में देखें, प्रूफ की 3 अशुद्धियां हैं – फेस बुक, कवियित्रि, गुरू। होना चाहिए – फेसबुक, कवयित्री, गुरु।