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संतोष भईया हम सब बच्चों से उम्र में बड़े थे। मोहल्ले के मेरे मित्र बच्चे आठ-दस वर्ष के थे तो उनकी उम्र उस वक़्त चौदह-पन्द्रह रही होगी। पर उम्र के अंतर के वावजूद वो हम सब बच्चों के मित्र ही थे।

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