Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

एक के ऊपर एक
परत-दर-परत चढ़े होते हैं,
आँखों पर तरह-तरह के चश्मे।
पर, न तो
नाक पर उनके
वजन का अहसास होता है;
न ही कानों पर उनका बोझ;

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...