डरता हूँ कि इन चश्मों के छूटने के साथ, इस चश्मा चढ़ी दुनिया में कहीं मैं अलहिदा न छूट जाऊँ
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डरता हूँ कि
इन चश्मों के छूटने के साथ,
इस चश्मा चढ़ी दुनिया में
कहीं मैं अलहिदा न छूट जाऊँ