ज्ञानवर्धक लेख। इतिहास में विद्वेष फैलाने वाली रचनाओं से इसी तरह पर्दा उठना चाहिए। मनुस्मृति की भी टीका प्रकाशित होना चाहिए ताकि किन्हीं को मनुवादी उपाधि से विभूषित करने और इसे संकीर्ण मानसिकता वाला बताने का अवसर न प्राप्त हो सके।
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श्री रमण ‘श्रीपद्’ जी, धन्यवाद।
ज्ञानवर्धक लेख। इतिहास में विद्वेष फैलाने वाली रचनाओं से इसी तरह पर्दा उठना चाहिए। मनुस्मृति की भी टीका प्रकाशित होना चाहिए ताकि किन्हीं को मनुवादी उपाधि से विभूषित करने और इसे संकीर्ण मानसिकता वाला बताने का अवसर न प्राप्त हो सके।