सोच कभी ना कीजिए, संकट आए लाख । सूर्य-ग्रहण को झेलता, रहती फिर भी साख !! इसका अर्थ भेजीए
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सोच कभी ना कीजिए, संकट आए लाख ।
सूर्य-ग्रहण को झेलता, रहती फिर भी साख !!
इसका अर्थ भेजीए