कवि स्वयं बरसात में पपीहा बन गया है। वर्षा ऋतु की सुंदरता और विरह भावना का मार्मिक चित्रण।
You must be logged in to post comments.
कवि स्वयं बरसात में पपीहा बन गया है। वर्षा ऋतु की सुंदरता और विरह भावना का मार्मिक चित्रण।