Saraswati Bajpai
Author
11 Sep 2022 08:19 PM
प्रेरित करने हेतु धन्यवाद सर ।
मेरा विचार है कि मेरी जिन्दगी सिर्फ मेरी नहीं इसमें माता-पिता व परिवार भी सम्मिलित और परोक्ष रूप में समाज भी । मैं इनकी उपेक्षा कर नही साथ में ले आगे बढ़ना चाहती हूँ। हाँ इन सबसे मैं अपने अधिकार अवश्य मांगती रहूँगी पर छीनकर नहीं इनकी मनोवृत्ति बदलकर ।
बस इसी प्रयास में कभी -कभी मन हारने लगता ।
अवतरण से मेरा तात्पर्य किसी मसीहा से नहीं आप सब जैसे क्रांति के अग्रदूतों से है । आपकी कविताओं में क्रांति का बिगुल सुनाई भी पड़ता है जो मुझे प्रभावित भी करता है।
साभार धन्यवाद🙏
12 Sep 2022 08:15 AM
शिक्षा+साहस+स्वावलंबन=स्वतंत्रता
12 Sep 2022 08:16 AM
प्रतिभा+परिश्रम+धैर्य=सफलता
Saraswati Bajpai
Author
12 Sep 2022 09:22 AM
🙏🙏
Saraswati Bajpai
Author
12 Sep 2022 09:22 AM
🙏🙏
लेकिन किसी मसीहा का इंतजार क्यों? आप ख़ुद कोशिश क्यों नहीं करती हैं?