Rashmi Sanjay
Author
9 Sep 2022 01:50 PM
सादर आभार प्रिय, आप जैसे पाठक ही मेरी प्रेरणा हैं।
अन्तर्मन की व्यथा को छिपाए हुए भावुक कर देने वाली बेहतरीन रचना।जिसमें माँ के लिए बेहद प्यार छिपा है और माँ के हालात को देखकर बेटी की जो व्यथा है उसे आपने बहुत ही संजीदगी से प्रस्तुत किया है।सच कहूं तो आपकी रचना पढकर मेरी आँखो में पानी भर आया।बेहतरीन, लाजवाब,शानदार रचना👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻💐💐🙏🏻🙏🏻