Shyam Sundar Subramanian
Author
22 Aug 2022 08:08 AM
प्रतिक्रिया का धन्यवाद !
आज की जिन्दगी की सत्यता को उजागर करती हुई रचना👌👌मेरी नजरो से इसे परिवर्तन तो नही कह सकते, हाँ मानवीय मूल्यों का हनन , संस्कारों का पतन,कह सकते है।🙏🙏🙏