मेरी कविता ‘ तात तुम पिता बन गये ‘ द्वितीय पुरुस्कार प्राप्त कर धन्य हुई । सभी स्मानित आयोजकों के प्रति ह्रदय से आभार । साहित्य पीडिया के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं समेत – पी के शुक्ला 🙏
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मेरी कविता
‘ तात तुम पिता बन गये ‘
द्वितीय पुरुस्कार प्राप्त कर धन्य हुई ।
सभी स्मानित आयोजकों के प्रति ह्रदय से आभार ।
साहित्य पीडिया के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं समेत –
पी के शुक्ला 🙏