'अशांत' शेखर
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5 Aug 2022 10:10 PM
जी बहोत बहोत हृदय से आभार शुक्रिया 🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐
गुमशुदा चेहरा मेरा मिटा होगा शहर के नक़्श से
मैं तो जिंदा हूं शायद उनके नजर में लाश हो गया
हृदयस्पर्शी भावविभोर करने वाली रचना👌🙏🙏🙏