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आज पूरे गझलो की बारिश है मौसम भी इश्कियाना है। लफ्ज़ो की बुँदे टपक रही है ताज भाई की कलम मोहब्बत बरसा रही है। क्या बात है जनाब जबरदस्त😆😆👌👌❤️❤️

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28 Jul 2022 05:23 PM

ये सब आप लोगों का प्यार और खुलूश है बस।

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