'अशांत' शेखर
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22 Jul 2022 07:40 PM
जी आपका तहे दिल से शुक्रगुजार हूं बस दिल में जो कोलाहल है उसको शब्दो से मुक्त करने का प्रयास करता हूं, आपका धन्यवाद आभार
अशांत शेखर जी आपके काव्य में जो शब्द भाव हैं उनके लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं। कमाल की काव्य रचना करते हो। व्यस्थ रहने के कारण मैं रचनाएँ पढ़ नहीं पाती लेकिन आपकी जितनी भी रचना पढ़ी है उसके लिए आप तारीफ़ के पात्र हैं।