ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
18 Jul 2022 09:50 PM
अद्भुत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
18 Jul 2022 09:50 PM
धन्यवाद
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
18 Jul 2022 09:50 PM
साधुवाद
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Author
18 Jul 2022 09:50 PM
आशीर्वाद
कभी कभी आंखे नम होकर,
बाहर हंसती दिखती है।
कभी कभी प्रसंसा में भी,
भीतर बातें चुभती है।।
फिर कभी कभी झूठे पाखंडों से,
भीतर आत्मा दुःखती है।
फिर जब पीड़ा सीमा पार कर,
एक कवि की स्याही लिखती है।।