Taj Mohammad
Author
4 Jul 2022 04:19 PM
आप ऐसा समझते है क्योंकि आप खुद बहुत उम्दा लिखते है। शुक्रिया
इस गझल का हर शेर अपने आप में एक पूरी दास्ताँ है। वह भाई यूँही ताज नाम नही आपका